“अकिदा और हम“अकायदों के घरोंदे बिखर रहे हैं ,सडकों पे इधर उधर जहाँ तहाँ बिखर रहे हैं मुझको अंदेशा है –––बादशाहों की कोई दुसरी किरदार हामारे उपर थोपे जा रहे हों,मेरी मुखालिफत है और खौफ ..
रामसागर पण्डित
जनकपुरधाम, पुस ५ गते । त्रेता युगमा भगवान राम र सीता बीच भएको वैदिक विवाहक..